‘‘मानव संस्कृति एक अविभाज्य वस्तु है।’’ किन्हीं दो प्रसंगों का उल्लेख कीजिए जब-
(क) मानव संस्कृति को विभाजित करने की चेष्टाएँ की गई।
(ख) जब मानव संस्कृति ने अपने एक होने का प्रमाण दिया।
भारत एक बहुसांस्कृतिक देश है| यहाँ विभिन्न संस्कृतियों के लोग वर्षों से एक साथ मिलजुलकर रह रहे हैं| ऐसे भी मौके आये जब उन्हें विभिन्न आधारों पर बांटने की कोशिशें हुई लेकिन हमारे देश की सांस्कृतिक जड़ें बहुत मजबूत हैं| उदाहरण के तौर पर अंग्रेजों ने परतंत्रता के दौर में भारत के लोगों को धर्म के आधार पर हिन्दू और मुसलमानों में बांटने की कोशिश की लेकिन भारत की सांस्कृतिक जड़ें बहुत मजबूत हैं और इसी कारण से अंग्रेजों के अथक प्रयासों के वावजूद भारतीयों ने इस प्रकार की कोशिशों के हर दौर में एकता का परिचय दिया और इस प्रकार की साजिशों का एक होकर मुकाबला किया|
(ख) भारत में सभी धर्मों के लोग एक साथ मिलजुलकर रहते हैं क्योंकि भारत एक बहुसांस्कृतिक देश है और प्रत्येक धर्म, जाति, वंश, रंग, रूप के लोग यहाँ मिलजुलकर रहते हैं| अनेक बार धर्म के आधार पर हिन्दू मुस्लिमों को एक दूसरे से लड़ाने की कोशिश की गयी लेकिन भारतीयों ने इसका जमकर मुकाबला किया| उदाहरण के तौर पर 1909 में जब अंग्रेजों ने साम्प्रदायिक मतदान पद्धति को लागू किया तो उस दौर में भी अनेक मुस्लिम नेताओं ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के साथ मिलकर प्रगतिशील विचारधारा का साथ दिया और भारत के लिए पूर्ण आजादी की बात की| एक और अन्य उदाहरण के रूप में देख सकते हैं, मुसलमानों को हिन्दुओं के खिलाफ खड़ा करने के लिए अंग्रेजों ने मुसलमानों को अनेक प्रकार की सहूलियतें दी थीं लेकिन उसके वावजूद भी मुसलमानों ने भारत की आजादी की लड़ाई में हर कदम पर चाहे वह असहयोग आन्दोलन हो, डांडी यात्रा हो या फिर आगे भी, मुसलमानों ने प्रत्येक बार आजादी के लिए हुए संघर्ष में बढ़-चढ़कर भाग लिया और भारत के लिए पूर्ण आजादी का समर्थन किया|